Geeta Jayanti 2021 -जाने हिन्दू धर्म में गीता जयंती का विशेष महत्व।
Geeta Jayanti date - 14 december 2021
गीता जयंती का महत्व
- कुरुक्षेत्र युद्ध में अर्जुन को भगवान श्री कृष्ण ने गीता का पाठ पढ़ाया था।
- गीता के श्लोक मनुष्य को किसी भी परिस्तिथि में धर्म की राह पर चलना सीखता है।
- जीवन जीने की अद्भुद कला गीता से हमे मिलती है।
- श्री कृष्ण ने गीता में अच्छे बुरे कर्मों का फर्क समझाया है।
Geeta Jayanti in hindi /गीता जयंती मानाने का कारण
- श्रीमद्भागवद गीता दुनिया का सबसे श्रेष्ठ ग्रंथ है।
- गीता जयंती मनाने का सबसे बड़ा कारण यह है, की अन्य ग्रन्थ इंसानों द्वारा संकलित किए गए हैं,
- पर यह महाग्रंथ स्वयं भगवान के श्री मुख से कही गयी है।
- इस दिन भगवान श्री कृष्ण और वेद व्यासजी का पूजन किया जाता है।
- पूरी दुनिया में यही एक पवित्र महाग्रन्थ है, जिसका जन्मदिन मनाया जाता है।
- यह है गीता के कुछ चुनिंदा श्लोक जो हम सब को आज के दिन ज़रूर जानने चाहिए।
गीता श्लोक
यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत:।
अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम।।
अर्थ : हे भारत (अर्जुन) ,जब जब अधर्म में वृद्धि होती है, तब तब मैं (श्री कृष्ण ) अभ्युत्थान के लिए जन्म लेता हूँ।
कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन ।
मा कर्मफलहेतुर्भुर्मा ते संगोऽस्त्वकर्मणि ॥
अर्थ : कर्म पर ही तुम्हारा अधिकार है , कर्म के फलों में नहीं। इसलिए कर्म करो और फल की इच्छा मत करो।
परित्राणाय साधुनाम विनाशाय च दुष्कृताम।
धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भावनि युगे - युगे।।
अर्थ : सज्जन पुरुषों के कल्याण के लिए और दुष्कर्मियों के विनाश के लिए धर्म की स्थापना के लिए मैं युगों युगों से जन्म लेता आया हूँ।
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